नई दिल्ली । पिछले सात दिनों से पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली एम्स के आईसीयू में भर्ती हैं। 9 अगस्त को एम्स ने उनकी सेहत को लेकर एक स्टेटमेंट जारी किया था, उसके बाद से अभी तक एम्स प्रशासन की तरफ से कोई और स्टेटमेंट जारी नहीं किया गया है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है, वो अभी भी आईसीयू में हैं और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा जा रहा है।
सूत्रों की मानें तो जेटली के लंग्स में पानी जमा हो रहा है, जिसकी वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत आ रही है और यही वजह है कि डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा है। सूत्रों का यहां तक कहना है कि लंग्स से पानी निकाला जा रहा है लेकिन बार-बार पानी जमा हो रहा है, इसलिए उनकी स्थिति अभी खतरे से बाहर नहीं हो पा रही है। डॉक्टर सूत्रों का यह भी कहना है कि उन्हें सॉफ्ट टिशू सरकोमा हुआ है, जो एक प्रकार का कैंसर होता है और कहीं न कहीं इसकी वजह से उन्हें यह दिक्कत हो रही है। हालांकि, एम्स की तरफ से शुक्रवार को जारी स्टेंटमेंट में जेटली को हेमोडायनैमिकली (haemodynamic) स्टेबल बताया गया था। मेडिकली इसका मतलब होता है कि मरीज का ब्लड प्रेशर और पल्स ठीक काम कर रही है। लेकिन, इसके बाद एम्स की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
बता दें कि जेटली पहले से डायबिटीज के मरीज हैं। उनका किडनी ट्रांसप्लांट हो चुका है और कुछ दिनों पहले उन्हें सॉफ्ट टिशू कैंसर की भी बीमारी का पता चला था। उन्होंने मोटापे से छुटकारा पाने के लिए बैरिएट्रिक सर्जरी भी करा रखी है। पूर्व वित्त मंत्री की सेहत का हाल जानने बीते दिनों पीएम भी एम्स गए थे।