दुर्ग, 15 मई। Virtual Meeting : जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर ने वर्चुअल विभागीय समीक्षा बैठक ली। बैठक के दौरान उन्होंने कलेक्टर एसएन भुरे को अवैध प्लाटिंग से संबंधित मामलों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने अब तक इसे लेकर की गई शिकायतों और उस पर की गई कार्रवाई की जानकारी भी ली।
बैठक के दौरान मंत्री अकबर ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अवैध प्लाटिंग की काफी शिकायतें आ रही हैं। इसे लेकर जो भी मामले प्रकाश में आए हैं उन पर प्रकरण बनाकर सख्त कार्रवाई करें। अतिक्रमण करने वाले भू माफिया को प्रोत्साहित न करें। उनके ऊपर सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने अब तक जिले में अवैध प्लाटिंग को लेकर की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी मांगी।
इस पर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे (Virtual Meeting) ने बताया कि अवैध प्लाटिंग को रोकने के लिए सख्त निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे खसरों को ब्लॉक किया गया है इसके साथ ही इन पर वैधानिक कार्रवाई भी की जा रही है। इस पर मंत्री ने कहा कि इतने से काम नहीं चलेगा। अधिकारियों को चाहिए कि वह इसकी मॉनिटरिंग भी करें कि कहां पर बिना भवन अनुज्ञा के निर्माण किए जा रहे हैं।
नेपियर के स्थान पर यशवंत घास लगाने का सुझाव
मंत्री ने प्रधानमंत्री आवासों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। बीज भंडारण की प्रगति को तेज करने भी निर्देश दिए। शहर में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करते हुए उन्होंने संबंध में अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव से ली। प्रभारी मंत्री ने चारागाह में नेपियर घास की जगह यशवंत प्रजाति की घास अधिक अच्छी है। छायादार स्थानों में इस घास को लगाकर इसका प्रयोग यहां भी किया जा सकता है।
कलेक्टर ने बताई धन्वंतरि योजना की उपलब्धी
मंत्री ने मुख्यमंत्री धन्वंतरि योजना (Virtual Meeting) की समीक्षा की। इस कलेक्टर डॉ. भुरे ने जिले में धन्वंतरि योजना की उपलब्धियां बताई। कलेक्टर ने बताया कि अब तक 1 करोड़ 20 लाख रुपये की बिक्री इन दुकानों के माध्यम से हो चुकी है। इन दुकानों के माध्यम से जेनेरिक दवाओं के संबंध में लोग काफी जागरूक हुए हैं और दवाओं में लगने वाला उनका खर्च हटा है। मोबाइल मेडिकल यूनिट के बारे में जानकारी देते हुए कलेक्टर ने बताया कि सभी मोबाइल मेडिकल यूनिट बहुत अच्छा काम कर रही हैं। इनके बेहतर काम करने की वजह से अस्पतालों की ओपीडी कम हुई है।