रायपुर, 17 अप्रैल। AIIMS will Help : आयुष्मान भारत-हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र में एम्स के चिकित्सक भी सहयोग देंगे। प्रदेश के 4,524 केंद्रों में एम्स ने सक्रियता बढ़ा दी है। इस पहल के जरिए रोगियों को आपातकालीन चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध की जा सकेगी।
देश में हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों की चौथी वर्षगांठ (AIIMS will Help) पर दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. मनसुख मांडविया के निर्देशन में आयोजित आनलाइन कार्यक्रम में भाग लेने के बाद एम्स के निदेशक डा. नितिन एम. नागरकर ने बताया कि देश भर में 1.17 लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
अब समय पर चिह्नित कर किए जा रहे रेफर
प्रदेश में 4,524 केंद्रों की मदद से एम्स तक गंभीर रोगी अब समय पर चिह्नित कर रेफर किए जा रहे हैं। इन केंद्रों में डायबिटीज, स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, मुंह का कैंसर और टीबी जैसी रोगियों की प्राथमिक स्क्रीनिंग कर उन्हें विशेषज्ञ चिकित्सा के लिए जिला अस्पतालों या एम्स में भेजा जा रहा है। इससे रोगियों को समय पर चिकित्सा मिल पा रही है। एम्स इन केंद्रों के लिए हेल्थ हब के रूप में कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 17 अप्रैल को योग संबंधी सेशन आयोजित करने और 18 अप्रैल को ब्लाक स्तर पर हैल्थ मेला लगाने का निर्णय लिया है।
इससे रोगियों की प्रारंभिक जांच कर उन्हें विशेषज्ञ चिकित्सा प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने टीबी उन्मूलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए एम्स के पल्मोनरी विभाग को बधाई दी। छत्तीसगढ़ को पांच करोड़ से कम जनसंख्या वाले प्रदेशों में टीबी उन्मूलन के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया है। आनलाइन कार्यक्रम में एम्स (AIIMS will Help) के चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया।