बस्तर, 8 अगस्त। Amrit Mahotsav : छत्तीसगढ़ के बस्तर में भी आजादी का अमृत महोत्सव हर घर तिरंगा अभियान को जोर शोर से मनाने की तैयारी चल रही है। 13 अगस्त से 17 अगस्त तक चलने वाले इस अभियान में बस्तर में सबसे ज्यादा उत्साह अबूझमाड़ वासियों में देखा जा रहा है। दरअसल आजादी के 75 साल बाद नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंच रहा है और साथ ही इन इलाकों में नक्सली बैकफुट में होने की वजह से अब अबूझमाड़ के ग्रामीण भी शहरी दुनिया से जुड़ रहे हैं।
वहीं आजादी के 75 साल के इस महोत्सव (Amrit Mahotsav) को मनाने के लिए यहां की महिलाओं में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। यही वजह है कि नारायणपुर के कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश पर जिले में तिरंगा बनाने की जिम्मेदारी अबूझमाड़ में रहने वाली ग्रामीण महिलाओं को स्व सहायता समूह के माध्यम से दी गई है। करीब 2000 तिरंगा झंडा बनाने का लक्ष्य महिलाओं ने रखा है और अब तक 1000 तिरंगा झंडा का विक्रय भी किया जा चुका है।
महिलाओ द्वारा तैयार किये जा रहे झण्डा का विक्रय कलेक्ट्रेट सहित सीमार्ट और अन्य स्थानों पर किया जा रहा है। वहीं तिरंगा झंडा को खरीदने के लिए जिले में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। यहां के अधिकारी और कर्मचारी तिरंगा झंडा खरीद रहे हैं।
अबुझमाड़ के रहवासियों में दिख रहा राष्ट्रीय पर्व को लेकर उत्साह
तिरंगा झंडा तैयार कर रही अबूझमाड़ की महिलाओं ने बताया कि यह पहला मौका है जब वे आजादी के 75 साल बाद अपने राष्ट्रीय पर्व को लेकर इतने उत्साहित हैं। क्योंकि उनके गांव में अब तक विकास नहीं पहुंच सका था और इस इलाके के लगभग 20 हजार लोग विकास की राह तक रहे थे लेकिन पिछले कुछ सालों से अब उनके गांव तक सरकारी योजनाएं पहुंच रही हैं। इसके साथ ही वे भी शहरी इलाकों में पहुंचकर कामकाज कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि नारायणपुर कलेक्टर ने आजादी का अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav) हर घर तिरंगा अभियान के तहत उन्हें तिरंगा झंडा बनाने की जिम्मेदारी दी है। ऐसे में वे काफी उत्साहित हैं और लक्ष्य से ज्यादा झंडा तैयार करने की ठानी है। इसके साथ ही अबूझमाड़ के भी हर घर में तिरंगा लहराने की पूरी तैयारियां कर ली हैं।