मुंबई, 23 जून। Political Crisis : शिवसेना नेता ने कहा कि गुजरात से ‘ऑपरेशन लोटस’ चलाया जा रहा है। शिवसेना के विधायकों पर दबाव डाला जा रहा है। उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसियों का भय दिखाया जा रहा है। गुजरात पुलिस ने हमारे विधायकों के साथ मारपीट की है। नितिन देशमुख के साथ जब इसी तरह का बुरा सलूक किया गया, तो उन्हें हार्ट अटैक आ गया।
महाराष्ट्र के सत्ता संकट के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, महाराष्ट्र के सत्ता संकट में केंद्रीय जांच एजेंसियों का पूरा योगदान रहा है। ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है। केंद्रीय जांच एजेंसियों की मदद से महाराष्ट्र में सत्ता संकट का खाका तैयार किया गया है। ऐसा पहले भी हुआ है। भाजपा, ईडी या सीबीआई के द्वारा मामला दर्ज करा सकती है, उन्हें जेल में डाल देगी और क्या करेगी। आज शिवसेना के जो भी विधायक इधर-उधर घूम रहे हैं, उन्हें लौटकर तो मुंबई ही आना है। वे महाराष्ट्र आएंगे, उनका घूमना फिरना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि शिवसेना के विधायकों का अपरहण किया गया है।
ईडी ने विधायकों को डराया
राजनीतिक जानकारों के (Political Crisis) मुताबिक, संजय राउत का यह बयान इशारा करता है कि जो विधायक पाला बदलने की तैयारी कर रहे हैं, हो सकता है कि उन्हें आम लोगों के बीच जाने में परेशानी हो। विधायकों का यह कदम उन्हें नुकसान पहुंच सकता है। यहां पर शिवसेना नेता संजय राउत के बयानों पर भी गौर करना होगा। इससे एक दिन पहले उन्होंने कहा था कि सब ठीक हो जाएगा। पार्टी 52 साल से ऐसे घटनाक्रम देख रही है। क्या आपको मेरे चेहरे पर कोई चिंता दिखाई दे रही है। अगर विधानसभा में बहुमत साबित करने का मौका मिलता है, तो शिवसेना एवं उसके सहयोगी दल, उसमें जीत दर्ज कराएंगे। जो विधायक आज मुंबई से बाहर हैं, वे भी सरकार के समर्थन में वोट करेंगे। बतौर संजय राउत, ईडी ने कथित तौर से हमारे विधायकों को डराया है। केंद्रीय जांच एजेंसियों की इस राजनीतिक संकट में बड़ी भूमिका है।
गुजरात से ‘ऑपरेशन लोटस’ चलाया
शिवसेना नेता ने कहा कि गुजरात से ‘ऑपरेशन लोटस’ चलाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि शिवसेना के विधायकों पर दबाव डाला जा रहा है। उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसियों का भय दिखाया जा रहा है। गुजरात पुलिस ने हमारे विधायकों के साथ मारपीट की है। नितिन देशमुख के साथ जब इसी तरह का बुरा सलूक किया गया, तो उन्हें हार्ट अटैक आ गया है। नतीजा, देशमुख को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
शिवसेना के अनेक ऐसे विधायक हैं, जो वापस मुंबई लौटना चाहते हैं, लेकिन उन्हें आने नहीं दिया जा रहा। ये सब बातें, महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की है। भाजपा इस तरह की घिनौनी राजनीति पहले भी कर चुकी है। इस बार भी वह अपने तोड़फोड़ के इरादों में सफल नहीं होगी। शिवसेना नेता राउत ने कहा कि सभी विधायक जल्द वापस लौटेंगे। विधायकों को बागी बनाकर मुंबई से बाहर ले जाने वाले एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया गया है।
एकनाथ शिंदे ने दिया ये बयान
हालांकि इस सियासी संकट के बीच एक दिन पहले ही एकनाथ शिंदे ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, हम बाला साहेब ठाकरे के पक्के शिव सैनिक हैं। बाला साहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है। बाला साहेब के विचारों और धर्मवीर आनंद दीघे साहब की शिक्षाओं के बारे में सत्ता के लिए हमने कभी धोखा नहीं दिया। न कभी धोखा देंगे। इसके बाद शिवसेना को लगा था कि सत्ता संकट खत्म हो जाएगा।
गुरुवार को गोवाहाटी (Political Crisis) के होटल से एकनाथ शिंदे व दूसरे विधायकों ने नारेबाजी का एक वीडियो जारी किया है, उसके बाद संजय राउत ने एक प्रेसवार्ता की। इसमें नितिन देशमुख ने खुलासा किया, मुझे जबरन सूरत ले जाया गया। सरकार को गिराने की तैयारी हो चुकी है। उन्होंने यह भी कहा, कि वे मुश्किल से जान बचाकर अस्पताल से भागकर मुंबई आए हैं। राउत ने कहा कि हमारी पार्टी एक लड़ाकू है, हम लगातार संघर्ष करेंगे। कम से कम हम सत्ता खो देंगे तो भी हम लड़ते रहेंगे।