रायपुर, 15 अप्रैल। IAS Conclave : नवा रायपुर के एक प्राइवेट रिसोर्ट में छत्तीसगढ़ के IAS अफसरों के कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया है। प्रदेशभर से भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफ़सर इस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे हैं।
राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के प्रमुख जिम्मेदार अधिकारी इस कार्यक्रम का प्रमुख हिस्सा रहे हैं। 3 दिन तक चलने वाले इस कॉन्क्लेव का 16 अप्रैल को समापन होगा।
अधिकारियों को गांवों के विकास पर विशेष ध्यान देने कहा
इस कार्यक्रम में शुक्रवार को बतौर अतिथि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हुए। यहां उन्होंने अधिकारियों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री बघेल ने अधिकारियों (IAS Conclave) द्वारा बनाई गई पेंटिंग और फोटोग्राफी की प्रदर्शनी का देखा। आमतौर पर विभागीय कार्यों में हमेशा लगे रहने वाले अधिकारियों का हुनर देखकर मुख्यमंत्री बोले वाह क्या बात है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अफसरों को गांवों के विकास के लिए विशेष तौर पर ध्यान देना चाहिए।
छत्तीसगढ़ी में किया संचालन
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जब पहुंचे तो छत्तीसगढ़ी बोली में जय जोहार के साथ सभी अफसरों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद छत्तीसगढ़ी राज्य गीत अरपा पैरी के धार गाया गया। कार्यक्रम का संचालन छत्तीसगढ़ी में ही आईएएस अफसर रानू साहू ने किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी इस कार्यक्रम में सूट-बूट में नजर आए। आमतौर पर कुर्ते-पजामे में दिखने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अफसरों के साथ अलग अंदाज में मुलाकात करते हुए नजर आए।
CM ने कहा- कुछ ऐसा करे ताकि पलायन ना हो
स्वागत के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आईएएस अधिकारियों को संबोधित (IAS Conclave) किया। उन्होंने कहा आप गांव में सारी सुविधाएं दीजिये ताकि पलायन ना हो, फिर ग्रामीण गांव से शहर की ओर सिर्फ घूमने आएंगे। गांव उत्पादन का केंद्र बनें और शहर विक्रय का केंद्र बनें। उतना ही उत्पादन करें जितना बिक सके। इतिहास बताता है कि छत्तीसगढ़ पुरातन काल का, करीब 2000 साल पहले का बड़ा व्यापारिक केंद्र था। गांवों में सारी योजनाएं सही तरीके से लागू होंगी, ग्रामीणों को लाभ मिलेगा तो यहां के गांव फिर व्यापारिक केंद्र बनेंगे।