1 मार्च, रायपुर। Aajadi ka Amrit Mahotsav : छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के अंतर्गत प्रदेश में गठित ग्रामीण महिलाओं के स्वसहायता समूहों, ग्राम संगठनों, संकुल स्तरीय संगठनों और मैदानी अमले के लिए खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता विषय पर राज्य स्तरीय ऑनलाइन परिसंवाद का आयोजन किया गया।‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत इसका आयोजन किया गया था।
परिसंवाद में बस्तर, राजनांदगांव, कांकेर और गरियाबंद जिले (Aajadi ka Amrit Mahotsav) में सामुदायिक संवर्गों द्वारा खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के लिए किए जा रहे कार्यों की सफलता की कहानियों को प्रस्तुत किया गया। इस दौरान प्रतिभागियों ने कुपोषित किशोरियों, गर्भवती महिलाओं एवं शिशुओं को सामुदायिक प्रयासों से कुपोषण से सुपोषण की ओर लाने के अनुभव साझा किए। उन्होंने ग्रामीण अंचलों में खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य और स्वच्छता के क्षेत्र में आ रहे सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन के अनुभव भी एक-दूसरे से बांटे।
परिसंवाद को मुख्य वक्ता के तौर पर संबोधित करते हुए ‘बिहान’ की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर एलिस मनीषा लकड़ा ने कहा कि खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधी सकारात्मक बदलाव लाने के लिए सामुदायिक संगठन एवं संवर्ग सराहनीय कार्य कर रहे हैं। उन्होंने इऩ संगठनों को प्रोत्साहित करते हुए अपने कार्यों से पंचायतीराज संस्थाओं को जोड़ने पर विशेष बल दिया।
‘बिहान’ की तकनीकी सहयोगी संस्था ‘युनिसेफ’ के चीफ ऑफ फील्ड (Aajadi ka Amrit Mahotsav) ऑफिसर जोब जकारिया ने अपने उद्बोधन में खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता संबंधी सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन पर विशेष बल दिया। परिसंवाद में ‘युनिसेफ’ के पोषण अधिकारी श्री महेन्द्र प्रजापति ने खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता विषय पर ‘बिहान’ और ‘युनिसेफ’ के संयुक्त प्रयासों से किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी।