राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम संचालक मंडल की 48वीं बैठक में मंत्री ने प्रमाणित बीज उत्पादन बढ़ाए जाने पर दिया जोर

रायपुर। कृषि मंत्री रवीन्द्र चौबे के कहा है कि राज्य की जलवायु व भूमि के प्रकार के अनुसार विभिन्न फसलों के प्रमाणित बीज के उत्पादन पर विशेष ध्यान दिया जाए, जिससे अन्य राज्यों से बीज लेने की जरूरत न हो। उन्होंने कहा कि प्रमाणित बीज के उत्पादन के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के साथ ही उत्पादित बीजों की खरीदी की जाए। श्री चौबे आज राजधानी रायपुर के बीज विकास निगम कार्यालय में छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम लिमिटेड की संचालक मंडल की 48वीं बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने प्रमाणित बीजों के उत्पाद से जुड़े किसानों तथा क्षेत्रफल का डाटा रखने के निर्देश दिए, ताकि इसके अनुरूप ही प्रमाणित बीजों की खरीदी की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि कृषि की लागत कम करने के लिए किसानों को बायो फर्टिलाइजर का उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जाए। बस्तर संभाग में मक्का बीज की मांग अधिक है, मांग के अनुरूप बीज की आपूर्ति सुनिश्चित करने कहा। मंत्री श्री चौबे ने किसानों से संबंधित प्रकरणों का जल्द निराकरण के निर्देश दिए।
बैठक में खरीफ  फसल 2019 बीज भण्डारण एवं वितरण सहित अनेक कार्यो की समीक्षा की। वित्तीय वर्ष 2017-18 के लेखों के वैधानिक अंकेक्षण के लिए अंकेक्षण शुल्क संबंधी प्रस्ताव को और लिक्विड बायोफर्टिलाइजर को कृषि विभाग के माध्यम से किसानों को आपूर्ति की जाने के संबंध में अनुमोदन किया गया। बीज निगम मुख्यालय जिला कार्यालयए प्रक्रिया केन्द्रों, बायो फर्टिलाइजर प्लान एवं प्रक्षेत्रों के आटोमेशन कार्य निष्पादन करने के लिए साफ्टवेयर तैयार करने की अनुमति दी गई। इसके अलावा विभाग की अन्य आवश्यकताओं के लिए संचालक मंडल से अनुमोदन लिया गया। इस अवसर पर संचालक कृषि टामन सिंह सोनवानी, प्रबंध संचालक राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम लिमिटेड नरेन्द्र कुमार दुग्गा, संचालक उद्यानिकी डॉ. प्रभाकर सिंह, निदेशक अनुसंधान सेवाएं इंदिरा गांधी कृषि विवि डॉ रमाकांत वाजपेयी सहित खाद्य, बीज निगम के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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